उत्तराखंड सरकार ने चार नए क्षेत्रों में होटल, रिजॉर्ट्स के लिए भूमि चिह्नित की
The Uttarakhand government has taken major steps to implement the proposals received in the Global Investors Summit.
उत्तराखंड सरकार ने वैश्विक निवेशक सम्मेलन में प्राप्त प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित बैठक में इस बात की जानकारी दी गई कि राज्य सरकार अब पर्यटन और अन्य उद्योगों के विकास के लिए चार नए क्षेत्रों को विकसित करने जा रही है। इसके लिए इन क्षेत्रों में लगभग 106 एकड़ भूमि चिह्नित की गई है, जहां नए होटल, रिजॉर्ट्स और अन्य संबंधित उद्योगों की स्थापना की जा सकेगी।
चिह्नित किए गए क्षेत्र:
उत्तराखंड सरकार ने जिन चार स्थानों का चयन किया है, वे हैं:
- पटवाडागर, नैनीताल – इस क्षेत्र को प्रीमियम रिजॉर्ट्स और कॉन्फ्रेंस आयोजनों के लिए उपयुक्त पाया गया है। यहां 23 एकड़ भूमि चिह्नित की गई है।
- चकराता, देहरादून (नगाऊ) – यह क्षेत्र उच्च सेवा क्षेत्रों के लिए उपयुक्त पाया गया है और यहां भी विकास की संभावनाएं उज्जवल हैं।
- धनोल्टी, टिहरी गढ़वाल – यह स्थान पर्यटन और होटल उद्योग के लिए एक आकर्षक स्थल बन सकता है।
- मागरा, टिहरी गढ़वाल – यह क्षेत्र भी विभिन्न उद्योगों के लिए आदर्श स्थान हो सकता है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष देहरादून में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान कई निवेशकों ने उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश की रुचि व्यक्त की थी। विशेष रूप से, सेवा क्षेत्र में निवेश के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में भूमि उपलब्ध कराने का सुझाव दिया गया था। इस दिशा में, राज्य सरकार ने उत्तराखंड निवेश और आधारिक संरचना विकास बोर्ड को इन नए क्षेत्रों की पहचान करने का कार्य सौंपा था, और अब यह भूमि चिह्नित कर दी गई है।
राज्य सरकार द्वारा चिह्नित किए गए ये नए क्षेत्र पर्यटन और सेवाओं के क्षेत्र में संभावनाओं से भरपूर हैं। नैनीताल का पटवाडागर और देहरादून का चकराता इन क्षेत्रों में प्रमुख स्थान बन सकते हैं, जहां निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सभी सुविधाएं और उपयुक्त वातावरण प्रदान किया जाएगा। इन क्षेत्रों के विकास से स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में कहा कि उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में औद्योगिक और पर्यटन विकास के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना और इसके साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। इन नए क्षेत्रों में निवेश से न केवल उत्तराखंड का विकास होगा, बल्कि प्रदेश के युवा वर्ग को भी रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।”