देहरादून रेलवे स्टेशन पर बवाल, बढ़ा तनाव
The situation remained tense after the clash between the two sides
देहरादून रेलवे स्टेशन पर बृहस्पतिवार को दो पक्षों के बीच हुई झड़प के बाद स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस द्वारा एक हिंदूवादी संगठन के नेता को हिरासत में लेने के बाद से तनाव और बढ़ गया है। इस घटना के कारण पूरा पलटन बाजार बंद कर दिया गया है, और व्यापारियों ने घंटाघर पर हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया है। बृहस्पतिवार को, जब एक किशोरी अपने प्रेमी से मिलने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंची, तब वहां बवाल शुरू हो गया। किशोरी का संबंध एक विशेष समुदाय से था, और जैसे ही इसकी भनक दूसरे समुदाय के लोगों को लगी, वहां जमावड़ा लग गया। किशोरी ने प्रेमी को स्टेशन पर बुलाया था, जिसके चलते दोनों पक्षों के लोग एकत्र हो गए। इसी बीच, पथराव शुरू हो गया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
हंगामे में विकास वर्मा सहित 30 से 35 नामजद लोगों के खिलाफ और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने लाठियां फटकार कर स्थिति को संभाला, लेकिन इस दौरान एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, और कई अन्य लोग चोटिल हुए। उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ियों सहित कई सामान्य वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया। घटना के तुरंत बाद रेलवे स्टेशन परिसर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। एसएसपी अजय कुमार ने भी घटना की जानकारी लेने के लिए स्टेशन का दौरा किया। लड़की जीआरपी (जीआरपी पुलिस) के पास और लड़का आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) के पास है। मामला बढ़ने पर पुलिस ने दोनों समुदाय के लोगों को तितर-बितर करने के लिए लाठियों का इस्तेमाल किया।
लड़की, जो बदायूं निवासी है, स्थानीय थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज है। पुलिस ने उसके परिजनों को सूचित कर दिया है और वे देहरादून के लिए निकल पड़े हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। इस घटना ने देहरादून रेलवे स्टेशन पर तनाव और विवाद की नई कहानी लिख दी है। प्रशासन की तत्परता और पुलिस की कार्रवाई के बावजूद, सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने वाली इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए और अधिक प्रयासों की आवश्यकता है। स्थानीय समुदाय को भी मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो।