Bangladesh में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा
The ongoing violence against Hindus in Bangladesh does not seem to stop

Bangladesh में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में पुराने ढाका के पटुआतुली इलाके में दुर्गा पूजा के समापन के बाद मूर्तियों के विसर्जन के दौरान हिंसक झड़पों की खबर सामने आई है। इस घटना में तीन लोग घायल हुए हैं, जिनमें एक पुलिस अधिकारी भी शामिल है। घटना के अनुसार, हिंदू समुदाय के लोग बुरीगंगा नदी में मूर्तियों का विसर्जन करने के लिए एक जुलूस निकाल रहे थे। इस दौरान नूर सुपर मार्केट की छत से कुछ बदमाशों ने उन पर ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिससे अफरातफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इस हमले में तीन लोग घायल हुए, और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
जैसे ही यह घटना घटी, हिंदू समुदाय के सदस्यों ने बाजार में घुसने की कोशिश की, जिसे रोकने के लिए पुलिस ने कार्रवाई की। कोतवाली थाने के प्रभारी मोहम्मद इनामुल हसन ने बताया कि सुरक्षा के कारण उन्हें बाजार में प्रवेश करने से रोका गया, जिससे झड़प शुरू हो गई। उन्होंने यह भी बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने में असमर्थता के कारण सेना को सूचित किया गया, जो बाद में मौके पर पहुंची और भीड़ को तितर-बितर किया।
इस घटना ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले कुछ वर्षों में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा की घटनाएं चिंता का विषय रही हैं। हाल के दिनों में, पूजा समारोहों के दौरान भी कई बार हिंसा की घटनाएं देखी गई हैं, जिससे समुदाय में असुरक्षा की भावना बढ़ गई है।