अनोखा गांव, जहाँ 15 साल में नहीं हुआ झगड़ा
Criminal incidents and protests by farmers regarding sugarcane payment are frequently seen in Baghpat district of Uttar Pradesh.

अनोखा गांव, जहाँ 15 साल में नहीं हुआ झगड़ा : उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में अक्सर आपराधिक घटनाएं और किसानों के गन्ना भुगतान संबंधी धरने प्रदर्शन देखने को मिलते हैं. लेकिन इसी जिले के अब्दुल्लापुर गांव ने एक मिसाल कायम की है. यह ऐसा गांव है जहां पिछले 15 वर्षों से कोई बड़ा झगड़ा या विवाद नहीं हुआ. बल्कि अगर कभी कोई छोटा-मोटा विवाद भी होता है तो वह गांव के सम्मानित बुजुर्गों द्वारा समझदारी से सुलझा दिया जाता है।
विवादों का समाधान करते हैं गांव के बुजुर्ग
अब्दुल्लापुर गांव की आबादी लगभग 600 है. इस गांव के लोगों में आपसी मेलजोल और सामंजस्य देखने को मिलता है. किसी भी प्रकार की अनबन या विवाद को लेकर तुरंत गांव के वरिष्ठ व्यक्ति दोनों पक्षों से बातचीत कर समाधान निकाल लेते हैं. यह तरीका गांव में शांति बनाए रखने में सबसे बड़ा कारक माना जाता है.अब्दुल्लापुर के लगभग 99% लोग शिक्षित हैं. इनमें से कई लोग नौकरी करते हैं तो कई खेती-बाड़ी के माध्यम से परिवार का पालन-पोषण करते हैं. गांव के लोग आपसी भाईचारा और विकास को अपनी प्राथमिकता मानते हैं, इसलिए वे अनावश्यक झगड़े से दूर रहते हैं।
गांव की इस शांति की वजह क्या है?
अब्दुल्लापुर की इस शांति की सबसे बड़ी वजह है यहां के लोगों की सोच और आपसी सम्मान. गांव के सभी लोग एक-दूसरे के साथ मेलजोल से रहते हैं और अपने जीवन के हर क्षेत्र में सहयोग करते हैं. इस गांव की यह मिसाल अन्य गांवों के लिए प्रेरणास्रोत है कि कैसे शांति और विकास को प्राथमिकता देकर सामाजिक कलह से बचा जा सकता है।