दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, पटाखों पर प्रतिबंध
दिल्ली सरकार ने राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।

दिल्ली सरकार ने राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सोमवार, 14 अक्टूबर से लेकर 1 जनवरी तक पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लागू कर दिया गया है। सर्दियों के आगमन के साथ ही प्रदूषण की स्थिति गंभीर होती जा रही है, और दशहरे के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है।

दिल्ली और एनसीआर के कई प्रमुख शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 के पार पहुंच चुका है, जिससे हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की एक सब कमेटी की बैठक में प्रदूषण की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की गई। यदि प्रदूषण के स्तर में सुधार नहीं होता है, तो ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के पहले चरण के प्रतिबंध लागू किए जाने पर विचार किया जाएगा। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने स्पष्ट किया कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और एंटी डस्ट कैंपेन के तहत सख्त उपाय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर किसी को धूल, वाहन या कूड़े जलाने जैसे प्रदूषण के स्रोतों की जानकारी हो, तो वे दिल्ली ग्रीन ऐप पर शिकायत करें। हालांकि, गोपाल राय ने यह भी कहा कि पिछले रविवार को दिल्ली में दशहरा उत्सव के दौरान भी लोग स्वच्छ हवा में सांस ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि अच्छे, संतोषजनक और मध्यम वायु गुणवत्ता वाले दिनों की संख्या बढ़ रही है, जो प्रदूषण प्रबंधन में सुधार का संकेत है।