मानसून विदाई का करना होगा इंतजार
According to the forecast issued by the Meteorological Centre, there is no warning of rain across the state on Sunday.

मानसून विदाई का करना होगा इंतजार :- उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से तीन दिन तक राहत मिलने के आसार हैं। हालांकि पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश होने की भी संभावना है।
पीरियड्स के दौरान इन बातों का रखे ध्यान
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार रविवार को प्रदेशभर में बारिश की कोई चेतावनी नहीं है। पर्वतीय इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की बौछार गिरने की संभावना है। जबकि मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा।
आने वाले दिनों की बात करें तो 23 सितंबर तक प्रदेशभर में मौसम साफ रहेगा। 24 सितंबर को पर्वतीय इलाकों में तेज दौर की बारिश होने की संभावना है। उधर मानसून विदाई की बात करें तो उत्तराखंड से मानसून की विदाई 30 सितंबर से एक अक्तूबर तक होने की संभावना है।
महीने में जितनी होती थी बारिश उससे ज्यादा 19 दिन में बरसे मेघ
उत्तराखंड में मानसून के दौरान एक महीने में जितनी बारिश होती थी उससे अधिक बारिश बीते 19 दिनों में हो चुकी है। प्रदेशभर के आंकड़ों की बात करें तो अभी तक सामान्य से 70 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इसमें सबसे अधिक बारिश बागेश्वर में हुई है तो दूसरे नंबर पर देहरादून है।
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एक से 19 सितंबर तक अकेले देहरादून में 446.5 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है जो सामान्य से 160 फीसदी अधिक है। जबकि बीते 10 वर्ष की बात करें तो पूरे सितंबर में साल 2019 में 489.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी जबकि अन्य किसी भी साल में इतनी बारिश नहीं हुई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून की विदाई से पहले देहरादून में बारिश इस आंकड़े को भी पार कर सकती है।
उत्तराखंड में इस साल मानसून में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। ऐसे में हर कोई अब मानसून की विदाई का इंतजार कर रहा है लेकिन इसकी विदाई के लिए अभी इंतजार करना होगा।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आमतौर पर सितंबर के आखिरी दिनों में मानसून की विदाई होती है लेकिन विदाई के दौरान इतनी बारिश कम ही देखने को मिलती है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से अभी मानसून विदाई की तिथि घोषित नहीं की गई है।