Uttarakhand Tourism: उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन की तैयारियां
In Uttarakhand, preparations for winter tourism are in full swing.

Uttarakhand Tourism: उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। राज्य सरकार ने शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक कार्ययोजना तैयार की है। इस बार शीतकाल में विशेष रूप से चारधाम के शीतकालीन गद्दीस्थलों पर तीर्थयात्रियों को आकर्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा, हिम क्रीड़ा केंद्र औली में स्कीइंग और नैनीताल व मसूरी जैसे लोकप्रिय शहरों में शरदोत्सव के आयोजन भी किए जाएंगे। शीतकालीन पर्यटन की इस नई दिशा से उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में नए अवसर उत्पन्न होंगे।
बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाते हैं, लेकिन राज्य सरकार ने इन स्थानों के शीतकालीन गद्दीस्थलों को तीर्थयात्रियों के लिए खोलने की योजना बनाई है। इन गद्दीस्थलों में ऊखीमठ (केदारनाथ), ज्योतिर्मठ (बद्रीनाथ), मुखबा (गंगोत्री) और खरसाली (यमुनोत्री) शामिल हैं। इन स्थानों पर शीतकालीन पूजा और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही, टिम्मरसैंण महादेव की यात्रा को भी बढ़ावा दिया जाएगा, जो तीर्थयात्रियों के बीच एक नया आकर्षण बनेगा। इन गद्दीस्थलों तक पहुँचने के लिए पर्यटकों को सुविधाजनक यात्रा के विकल्प प्रदान किए जाएंगे, ताकि शीतकाल में भी तीर्थयात्रा करने के इच्छुक लोग आसानी से इन स्थानों तक पहुँच सकें।
औली, जो कि उत्तराखंड का प्रमुख हिम क्रीड़ा केंद्र है, शीतकालीन पर्यटन के लिहाज से एक बड़ा आकर्षण बनने जा रहा है। यहाँ स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग, और अन्य शीतकालीन खेलों का आयोजन किया जाएगा। औली की खूबसूरत बर्फ से ढकी पहाड़ियों में यह आयोजन पर्यटकों के लिए एक अद्भुत अनुभव प्रदान करेगा। राज्य सरकार ने स्कीइंग को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं पहले ही तैयार कर ली हैं।
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इसके अलावा, नैनीताल और मसूरी जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर शरदोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इन शहरों में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगीत, नृत्य, कला प्रदर्शन और अन्य शीतकालीन गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। शरदोत्सव के दौरान इन शहरों में पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति और परंपराओं से रूबरू कराए जाने के साथ-साथ शीतकालीन पर्यटन का भी अनुभव मिलेगा।
उत्तराखंड सरकार शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रचार-प्रसार की व्यापक योजना बना रही है। इस योजना के तहत, देश के प्रमुख महानगरों, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टेशनों पर राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया के माध्यम से भी शीतकालीन पर्यटन को लेकर प्रचार किया जाएगा।
राज्य सरकार ने चारधाम के शीतकालीन गद्दीस्थलों के साथ-साथ औली, नैनीताल और मसूरी के शीतकालीन आयोजनों की जानकारी लोगों तक पहुँचाने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत, पर्यटकों को इन स्थलों तक पहुँचने के लिए परिवहन सुविधाएँ भी बेहतर की जाएंगी।