अब मिनटों में तय होगी दूरी जानिए दून-पांवटा साहिब हाईवे की खासियत और फायदे
The four-lane highway connecting Dehradun in Uttarakhand to Paonta Sahib in Himachal Pradesh is now in its final stage.

अब मिनटों में तय होगी दूरी जानिए दून-पांवटा साहिब हाईवे की खासियत और फायदे : 35 मिनट में देहरादून से पांवटा साहिब का सफर जानिए हाईवे की खूबियां और फायदे उत्तराखंड के देहरादून से हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब को जोड़ने वाला फोरलेन हाईवे अब अपने अंतिम चरण में है। करीब 1594 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह हाईवे उत्तराखंड, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के बीच बेहतर कनेक्टिविटी का नया द्वार खोलने जा रहा है।
खूबसूरत जंगलों के बीच से गुजरता शानदार सफर
इस 45 किलोमीटर लंबे हाईवे की सबसे खास बात यह है कि यह हरे-भरे जंगलों और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इलाकों के बीच से होकर गुजरता है, जिससे यात्रा केवल तेज़ नहीं बल्कि मनमोहक भी होगी। यात्रियों को अब लंबे ट्रैफिक जाम और टेढ़े-मेढ़े रास्तों से राहत मिलने वाली है।
दो चरणों में हो रहा है निर्माण
इस हाईवे का निर्माण दो चरणों में हो रहा है।
पहला चरण: पांवटा साहिब से बदरीपुर गांव तक – लंबाई 19 किलोमीटर
दूसरा चरण: बदरीपुर से देहरादून के बल्लूपुर चौक तक – लंबाई 22 किलोमीटर
इसमें लगभग 18 किलोमीटर का हिस्सा ग्रीनफील्ड अलाइनमेंट पर बनाया जा रहा है, जो घनी आबादी वाले क्षेत्रों को बायपास करेगा।
अत्याधुनिक संरचनाएं और जल निकासी प्रणाली
हाईवे पर कुल 34 पुल और 10 अंडरपास बनाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, बरसात के मौसम में जल निकासी के लिए विशेष रूप से योजना बनाई गई है। कुछ क्षेत्रों में अभी साइड वॉल और एप्रोच रोड का कार्य बाकी है, लेकिन कुल मिलाकर अब तक 90% काम पूरा हो चुका है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से लिंक
इस हाईवे को देहरादून के झाझरा चौक पर बन रहे दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। यहां से एक 12 किमी लंबा फोरलेन लिंक रोड मसूरी और आसपास के हिल स्टेशनों के लिए सीधा रास्ता प्रदान करेगा।
2025 में पूरा होने की उम्मीद
हालांकि पहले इसे फरवरी 2025 तक पूरा करने की योजना थी, लेकिन कुछ तकनीकी और मौसम संबंधी कारणों से इसमें थोड़ी देरी हो रही है। उम्मीद है कि वर्ष 2025 के मध्य तक यह पूरी तरह तैयार होकर यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।
यह हाईवे न केवल समय की बचत करेगा, बल्कि पर्यटन, व्यापार और आपातकालीन सेवाओं के लिहाज से भी क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाला साबित होगा।