प्रयागराज कुंभ मेले के लिए जुटाई गई चरस के साथ तस्कर गिरफ्तार
A major drug smuggling case has come to light before the Prayagraj Kumbh Mela 2025.
प्रयागराज कुंभ मेला 2025 से पहले एक बड़ी नशे की तस्करी का मामला सामने आया है, जिसमें हरिद्वार पुलिस ने चार किलो से अधिक चरस के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। बरामद चरस की कीमत आठ लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है। इस गिरफ्तारी से पुलिस ने एक बड़ी ड्रग्स तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो कुंभ मेले के दौरान नशे का सामान बेचने की योजना बना रहा था।
हरिद्वार पुलिस द्वारा चलाए जा रहे “ड्रग्स फ्री देवभूमि” अभियान के तहत यह सफलता हासिल की गई। एसएसपी हरिद्वार, प्रमेन्द्र डोबाल के नेतृत्व में नशे के धंधेबाजों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया गया है। पुलिस को सिडकुल क्षेत्र में एक व्यक्ति के पास चरस होने की सूचना मिली थी। इस पर कार्रवाई करते हुए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) के प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक रंजीत तोमर और सिडकुल पुलिस की टीम ने एक जाल बिछाया।
जाल बिछाने के बाद पुलिस ने तस्कर को गिरफ्तार किया और उसकी तलाशी ली, जिसके बाद चार किलो से अधिक चरस बरामद हुई। पुलिस का अनुमान है कि इस चरस की बाजार कीमत आठ लाख रुपये से अधिक हो सकती है। यह चरस प्रयागराज कुंभ मेला में बेचने के लिए लाई गई थी, जहां लाखों श्रद्धालु और पर्यटक जुटते हैं। ऐसे में तस्कर इस अवसर का फायदा उठाकर नशे का सामान बेचना चाहते थे।
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पुलिस ने आरोपी तस्कर से पूछताछ की, जिसमें हरिद्वार और प्रयागराज के कई नामी धंधेबाजों का खुलासा हुआ है। पुलिस का कहना है कि यह गिरफ्तारी एक बड़े तस्करी रैकेट का हिस्सा हो सकती है, जिसमें कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। आरोपित को गिरफ्तार कर पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है और बाकी आरोपितों की तलाश जारी है।
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि हरिद्वार पुलिस “ड्रग्स फ्री देवभूमि” अभियान के तहत नशे के धंधेबाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। इस अभियान का उद्देश्य उत्तराखंड को ड्रग्स और नशे की तस्करी से मुक्त करना है। पुलिस ने कहा कि इस तरह के अपराधों में शामिल तस्करों को किसी भी हालत में नहीं बख्शा जाएगा और राज्य में नशे की तस्करी के हर रास्ते को बंद किया जाएगा।