गंगा में रिवर राफ्टिंग शुरू, पर्यटकों में खुशी की लहर
रिवर राफ्टिंग प्रेमियों के लिए खुशखबरी है!
रिवर राफ्टिंग प्रेमियों के लिए खुशखबरी है! 23 सितंबर से गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग का संचालन फिर से शुरू हो गया है। बरसात के कारण 30 जून को राफ्टिंग का संचालन बंद कर दिया गया था, लेकिन अब साहसिक खेल विभाग की संयुक्त निरीक्षण टीम की रिपोर्ट के आधार पर यह अनुमति दी गई है। राफ्टिंग व्यवसायियों ने अपने राफ्ट और अन्य उपकरणों को व्यवस्थित करना शुरू कर दिया है। दिल्ली, हरियाणा, मुंबई, राजस्थान, और कलकत्ता सहित कई राज्यों के पर्यटक मुनि की रेती, शिवपुरी, लक्ष्मणझूला, तपोवन, और स्वर्गाश्रम जैसे क्षेत्रों में रिवर राफ्टिंग का आनंद लेने पहुंच रहे हैं। पर्यटकों की ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग भी तेजी से शुरू हो गई है, जिससे राफ्टिंग के प्रति उत्साह बढ़ता जा रहा है। हर दिन सैकड़ों की संख्या में पर्यटक शिवपुरी, ब्रह्मपुरी और क्लब हाउस राफ्टिंग प्वाइंटों से राफ्टिंग का मजा ले रहे हैं। राफ्टिंग व्यवसायियों के चेहरे खुशी से खिल उठे हैं, क्योंकि करीब ढाई महीने बाद उनका यह व्यवसाय फिर से जीवंत हो रहा है। राफ्टिंग कारोबारी जैसे जीतपाल सिंह, राज सिंह, हुकुम सिंह रावत, और अन्य ने बताया कि राफ्टिंग का संचालन शुरू होने से उनके व्यापार में काफी सुधार होगा और गाइडों में भी उत्साह है।
साहसिक खेल अधिकारी जसपाल चौहान ने कहा, “नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है, इसलिए फिलहाल मरीन ड्राइव से शिवपुरी और ब्रह्मपुरी से रामझूला, नीमबीच तक ही राफ्टिंग का संचालन होगा। जैसे-जैसे जलस्तर कम होगा, हम क्लब हाउस, कौडियाला सहित अन्य राफ्टिंग प्वाइंट्स को भी खोलने की योजना बना रहे हैं।”रिवर राफ्टिंग का संचालन शुरू होने से न केवल राफ्टिंग व्यवसायियों का लाभ होगा, बल्कि क्षेत्रीय होटल, धर्मशालाओं और यातायात से जुड़े रोजगार में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। इस प्रकार, रिवर राफ्टिंग न केवल साहसिकता का अनुभव कराती है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाती है।