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देहरादून में देसी घी की बढ़ती कीमतें

 देहरादून के बाजार में 40 से अधिक घी के ब्रांड

 देहरादून के बाजार में 40 से अधिक घी के ब्रांड उपलब्ध हैं, जिनकी कीमतें 200 से लेकर 2000 रुपये प्रति किलो तक भिन्न हैं। हाल ही में तिरूपति मंदिर में भगवान के लिए तैयार किए जाने वाले लड्डू में मिलावट का मामला सामने आने के बाद, उपभोक्ताओं के मन में बाजार में बिक रहे विभिन्न प्रकार के घी को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। बाजार में उपलब्ध देशी घी के ब्रांडों की कीमतों में 1500 रुपये प्रति किलो से अधिक का अंतर है, जिससे उपभोक्ताओं में भ्रम पैदा हो रहा है। यदि आप बाजार में देशी घी खरीदने जाते हैं, तो आपको पूजा, हवन और खाने के लिए अलग-अलग ब्रांड के घी मिलेंगे। 200 रुपये से लेकर 500 रुपये तक के दाम वाले घी की पैकिंग पर “खाने योग्य घी” लिखा होता है, जबकि 600 से 800 रुपये प्रति किलो के बीच के घी को उच्च गुणवत्ता का बताया जाता है।

जब उपभोक्ता घी खरीदने जाते हैं, तो उन्हें समझ नहीं आता कि वे किस ब्रांड और किस कीमत का घी खरीदें। बाजार में ज्यादातर बिक्री 600 रुपये प्रति किलो तक के घी की होती है। कई लोग समझते हैं कि महंगा घी अधिक शुद्ध होता है, लेकिन व्यापारियों के अनुसार, 200 से 500 रुपये तक के घी की भी भारी मांग है। घी की उच्च कीमत वाले ब्रांड 1000 से 2000 रुपये प्रति किलो के बीच उपलब्ध हैं, जिनमें कुछ गोशालाओं द्वारा हैंड मेड घी भी शामिल है। इसके अतिरिक्त, गिर गाय, देशी गाय, साहीवाल गाय, केनक्रेव और थार पार्कर जैसी विभिन्न गायों के घी की कीमत भी अलग-अलग होती है। राजेंद्र गोयल, एक व्यापारी, का कहना है कि 600 रुपये किलो तक के घी की बिक्री सबसे ज्यादा होती है। इसके अलावा, जानकारों के अनुसार, शुद्ध दूध से घी निकालने के लिए लगभग 12 किलो दूध की आवश्यकता होती है, जिससे करीब एक किलो देशी घी तैयार होता है।

हालांकि, व्यापारी बताते हैं कि सस्ते घी की मांग भी काफी अधिक है, और कई दुकानदार 200 रुपये के घी को विभिन्न प्रकार बताकर 300 से 400 रुपये तक में बेच देते हैं। वहीं, 600 रुपये से अधिक कीमत के घी पर मुनाफा सीमित होता है। इस प्रकार, देहरादून के बाजार में देशी घी की विविधता उपभोक्ताओं के लिए एक चुनौती बन गई है। विभिन्न कीमतों और ब्रांडों के बीच चुनाव करना आसान नहीं है, और इस स्थिति में उपभोक्ताओं को सतर्क रहने की आवश्यकता है। सही जानकारी और जागरूकता के माध्यम से ही वे अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सही घी का चुनाव कर सकते हैं।

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