देहरादून से मसूरी के लिए हेली सेवा शुरू
Heli service started from Dehradun to Mussoorie

देहरादून से मसूरी की सड़क यात्रा में अक्सर घंटों लग जाते हैं, विशेषकर पर्यटक सीजन में जब ट्रैफिक जाम आम बात होती है। वहीं, हेली सेवा के माध्यम से यह सफर मात्र 30 मिनट में पूरा किया जा सकता है। इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि पर्यटकों को भी अधिक सुविधा और आराम मिलेगा। हेली सेवा का किराया भी इस तरह से तय किया गया है कि वह टैक्सी से ज्यादा नहीं है, जिससे आम आदमी के लिए भी यह सेवा सुलभ हो सके।
भाजपा नेता लक्ष्मी अग्रवाल ने इस सेवा की शुरुआत पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रधानमंत्री के सपनों को धरातल पर उतारने में जुटे हैं। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी जी का सपना था कि देश का हर नागरिक, चाहे वो चप्पल पहनने वाला ही क्यों न हो, हवाई यात्रा कर सके। आज उत्तराखंड में यह सपना साकार हो रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि मसूरी एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और देश-विदेश से लाखों सैलानी यहां हर वर्ष आते हैं। लेकिन देहरादून से मसूरी की यात्रा में जाम की समस्या बड़ी बाधा बन जाती थी। अब हेली सेवा के माध्यम से सैलानी आराम से और तेज़ी से मसूरी पहुंच सकेंगे, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
राज्य सरकार का कहना है कि यह सेवा फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है। यदि यह सफल रही तो आने वाले समय में इसे नैनीताल, केदारनाथ, औली और बागेश्वर जैसे अन्य पर्यटन स्थलों के लिए भी विस्तारित किया जाएगा। इसके साथ ही हेलीपैड की संख्या बढ़ाने और आधुनिक हेलीपोर्ट्स विकसित करने की योजना भी बनाई जा रही है।
उत्तराखंड पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हेली सेवा का संचालन पूरी सुरक्षा के साथ किया जाएगा। हेलीकॉप्टर आधुनिक तकनीकों से लैस हैं और नियमित निरीक्षण भी किए जाएंगे।
इस नई हेली सेवा से न केवल पर्यटकों को राहत मिलेगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। इससे पहाड़ी क्षेत्रों में हवाई कनेक्टिविटी मजबूत होगी और उत्तराखंड ‘एयर कनेक्टिविटी हब’ के रूप में उभर सकता है।
इस योजना से साफ है कि उत्तराखंड अब केवल धार्मिक पर्यटन का केंद्र नहीं रह गया है, बल्कि यह आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक नया पर्यटन मॉडल पेश कर रहा है, जो पर्यावरण के अनुकूल, सुलभ और समय की बचत करने वाला है।