38वें राष्ट्रीय खेलों का भव्य शुभंकर लॉन्च
The grand launch of the mascot and all the important things related to the 38th National Games provided a historic opportunity to the state.
38वें राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर और उससे जुड़ी सारी महत्वपूर्ण चीज़ों की भव्य लॉन्चिंग ने राज्य को एक ऐतिहासिक अवसर प्रदान किया। देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय खेलों का शुभंकर, प्रतीक मौली, लोगो, जर्सी, एंथम और टैगलाइन का अनावरण किया। इस मौके पर भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष डॉ. पीटी ऊषा भी मौजूद थीं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा कि, “आज का दिन उत्तराखंड के खेल इतिहास में एक ऐतिहासिक दिन है। हम सभी को गर्व है कि हमें राष्ट्रीय खेलों की मेज़बानी का मौका मिला।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए यह भी कहा कि राज्य के इस आयोजन में हर एक व्यक्ति का योगदान होगा और यह राष्ट्रीय खेलों के रूप में उत्तराखंड की खेल संस्कृति को नए आयाम देगा।
38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए टैगलाइन “संकल्प से शिखर तक” को घोषित किया गया है, जो खेलों में परिश्रम और प्रतिबद्धता का प्रतीक बनती है। मुख्यमंत्री ने इस टैगलाइन को सभी खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने कहा, “यह एंथम और टैगलाइन हमारी एकजुटता को प्रदर्शित करने के साथ-साथ खिलाड़ियों को अपनी मेहनत में और अधिक परिश्रम करने के लिए प्रेरित करती है।”
राष्ट्रीय खेलों का शुभंकर उत्तराखंड के राज्य पक्षी मोनाल से प्रेरित है। यह शुभंकर राज्य की प्राकृतिक सुंदरता और विविधता को दर्शाता है। मोनाल, जो की एक सुंदर और शक्तिशाली पक्षी है, युवा खिलाड़ियों को अपने बड़े लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रेरित करेगा मुख्यमंत्री ने कहा, “यह शुभंकर हमारे राज्य की विशिष्टता को प्रदर्शित करने के साथ-साथ खिलाड़ियों को जी-तोड़ मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा। यह एक प्रतीक है जो राष्ट्रीय खेलों के माध्यम से पूरे देश में उत्तराखंड के नाम को पहुंचाएगा।”
मुख्यमंत्री धामी ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन के लिए लगभग 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इस राशि का उपयोग नए खेल मैदानों के निर्माण, स्टेडियम और स्विमिंग पूलों के पुनर्निर्माण, वाटर स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर, साइकिलिंग ट्रैक और शूटिंग रेंज जैसे कई नए खेल सुविधाओं के विकास के लिए किया जाएगा। उन्होंने खिलाड़ियों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण को फिर से लागू करने, पुरस्कार राशि को दोगुना करने और एक खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की योजना की भी पुष्टि की। यह सारे कदम राज्य में खेलों के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण मील के पत्थर साबित होंगे।
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इस कार्यक्रम में केंद्रीय खेल राज्यमंत्री रक्षा खडसे ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, “आज भारतीय खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और उत्तराखंड के खिलाड़ी देश और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।” उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से उत्तराखंड को खेल विकास में पूरी मदद देने की बात भी कही। भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष डॉ. पीटी ऊषा ने इस आयोजन के लिए उत्तराखंड को शुभकामनाएं दीं और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य में खेलों का विकास और भी बेहतर होगा।
इस मौके पर उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्या ने भी कहा कि राज्य के रजत जयंती वर्ष में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन बहुत ही उत्साहवर्धक है। उन्होंने यह भी कहा कि यह आयोजन राज्य के खिलाड़ियों के लिए एक शानदार अवसर साबित होगा। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, विधायक उमेश शर्मा काऊ, सुनैना कुमारी, राज्य ओलंपिक संघ के अध्यक्ष महेश नेगी, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।