गूगल का नया एआई टूल वियो 3 जानिए इसकी खासियतें
Taking a big step in the world of Artificial Intelligence, Vivo has introduced its new AI video generator tool Vio 3.

गूगल का नया एआई टूल वियो 3 जानिए इसकी खासियतें : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में एक बड़ा कदम उठाते हुए अपने नए एआई वीडियो जेनरेटर टूल वियो 3 को पेश किया है। यह टूल खासतौर पर उन लोगों के लिए बनाया गया है जो क्रिएटिव कंटेंट जैसे वीडियो और ऑडियो निर्माण में एआई का इस्तेमाल करना चाहते हैं। वियो 3 अमेरिका में हर महीने लगभग 250 डॉलर के सब्सक्रिप्शन के साथ उपलब्ध है और इसे जल्द ही अन्य देशों में भी लॉन्च किया जाएगा।
क्या है वियो 3?
वियो 3 एक AI आधारित वीडियो और ऑडियो जेनरेशन टूल है, जिसे गूगल ने अपने वरटेक्स एआई एंटरप्राइज प्लेटफॉर्म के जरिए पेश किया है। इस टूल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह केवल वीडियो नहीं बनाता बल्कि उसके साथ उच्च गुणवत्ता वाला ऑडियो भी तैयार करता है, जिसे वीडियो में जोड़ा जा सकता है।
गूगल का दावा है कि वियो 3 टेक्स्ट और इमेज प्रॉम्प्ट्स से वीडियो बनाने में सक्षम है। यानी उपयोगकर्ता केवल कुछ शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से एक संपूर्ण वीडियो तैयार कर सकते हैं। इसमें सटीक लिप-सिंकिंग, पात्रों के संवाद, और यहां तक कि जानवरों की आवाजें भी शामिल की जा सकती हैं।
सोरा से आगे?
ओपनएआई का सोरा (Sora) वीडियो जेनरेटर पहले ही एआई कंटेंट क्रिएशन में एक चर्चित नाम बन चुका है। लेकिन गूगल का वियो 3 इससे एक कदम आगे माना जा रहा है क्योंकि इसमें ऑडियो और डायलॉग इंटीग्रेशन की क्षमता है। यह टूल कंटेंट क्रिएटर्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर प्रोफेशनल लेवल का वीडियो और ऑडियो तैयार करने की सुविधा देता है।
कौन कर सकता है इसका इस्तेमाल?
वियो 3 का उपयोग मुख्य रूप से वीडियो निर्माता, फिल्ममेकर, डिजिटल कंटेंट क्रिएटर, यूट्यूबर और विज्ञापन एजेंसियों द्वारा किया जा सकता है। इसके ज़रिए वे तेजी से और कम समय में रचनात्मक वीडियो कंटेंट बना सकते हैं।
गूगल के अन्य एआई टूल्स
वियो 3 के साथ-साथ गूगल ने इमेजन 4 (Imagen 4) और फ्लो (FLow) नामक अन्य एआई साधन का भी एलान किया है। इमेजन 4 इमेज जनरेशन के लिए है जो यूजर्स को संकेतों के आधार पर उच्च गुणवत्ता की तस्वीरें बनाने में मदद करेगा। वहीं फ्लो एक वीडियो प्रोडक्शन टूल है, जिसका इस्तेमाल फिल्म निर्माण की प्लानिंग में किया जा सकता है। यह शॉट्स, लोकेशन और स्टाइल की जानकारी लेकर एक सिनेमा जैसा वीडियो बनाने में मदद करता है।