भूस्खलन के कारण गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे बाधित, बारिश का यलो अलर्ट जारी
The havoc of weather continues in Uttarakhand
भूस्खलन के कारण गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे बाधित, बारिश का यलो अलर्ट जारी : उत्तराखंड में मौसम का कहर लगातार जारी है। गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे पर भूस्खलन के कारण यातायात बार-बार बाधित हो रहा है। खासकर भटवाड़ी क्षेत्र में करीब 10 मीटर सड़क धंस जाने से हाईवे की स्थिति गंभीर बनी हुई है। भारतीय सड़क निर्माण संगठन (बीआरओ) ने मौके पर आपातकालीन कार्य शुरू कर दिया है ताकि मार्ग को जल्द से जल्द सुचारू किया जा सके। पुलिस बल भी हाईवे पर तैनात है और जैसे ही सड़क खुलती है, फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा रहा है।
हालांकि, सड़क के धंसने से यह खतरा भी बना हुआ है कि कभी भी यह सड़क नदी में समा सकती है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। इसलिए, बीआरओ और प्रशासन द्वारा हाईवे की निगरानी लगातार की जा रही है। यह हादसा इस बात की चेतावनी भी है कि बारिश और भूस्खलन से पहाड़ी इलाकों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए तत्काल उपाय आवश्यक हैं।
मौसम विभाग ने भी उत्तराखंड के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। देहरादून, टिहरी, नैनीताल और चंपावत जिलों में आज तेज बारिश और बिजली गिरने की संभावना बनी हुई है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, इन इलाकों में कई बार बारिश के दौर चलेंगे, जिससे लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। मौसम विज्ञानी रोहित थपलियाल के मुताबिक अगले पांच दिनों तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि विशेषकर पर्वतीय इलाकों में तेज बारिश और बौछारें पड़ सकती हैं, जो भूस्खलन जैसी आपदाओं को और बढ़ावा दे सकती हैं। देहरादून में भी अगले पांच दिनों तक लगातार बारिश का दौर जारी रहेगा, जिससे तापमान में लगभग 1.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखने को मिलेगी। बृहस्पतिवार को भी गर्जन के साथ बारिश की संभावना है।
इस मौसम में यात्रियों और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। प्रशासन भी हरसंभव उपाय कर रहा है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे के अलावा भी अन्य पर्वतीय मार्गों पर भूस्खलन की संभावना बनी है, जिससे यात्रियों को अधिक सावधानी बरतनी होगी।
अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा न करें और जहां भी हो सके, सुरक्षित स्थानों पर रहें। इस दौरान सड़क पर आने वाले यातायात को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। बीआरओ की टीम लगातार हाईवे की मरम्मत और सफाई में जुटी हुई है ताकि जल्द से जल्द यातायात बहाल हो सके।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए लोगों को मौसम की अपडेट्स पर नजर रखनी चाहिए और अधिकारियों के निर्देशों का पालन करना चाहिए। इस तरह के प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए समय रहते सतर्क रहना ही बेहतर विकल्प है।