स्थापना दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द: जानें क्या है वजह?
Cultural programmes scheduled to be held on the eve of State Foundation Day have been cancelled.
अल्मोड़ा जिले में सोमवार को हुई दर्दनाक बस दुर्घटना के कारण राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया। इस शोकपूर्ण घटना के कारण राज्य में एक शोक लहर दौड़ गई, और सरकार ने शोक में सांस्कृतिक उत्सवों को रद्द करने का निर्णय लिया।
बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बस दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह एक हृदयविदारक घटना है और सरकार शोकग्रस्त परिवारों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले, इसके लिए सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि घायलों के इलाज में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए और उनके उपचार के लिए पूरी जिम्मेदारी से कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित किया कि अस्पतालों में भर्ती सभी घायलों को बेहतरीन इलाज मिले और उनका स्वास्थ्य जल्द ठीक हो।
इस दुर्घटना के बाद शोक व्यक्त करने के लिए राज्य स्थापना दिवस के दौरान प्रस्तावित सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने यह निर्णय लिया कि 8 नवंबर को प्रदेशभर में “सेवा दिवस” मनाया जाएगा। इस दिन विभिन्न सामाजिक सेवा कार्य किए जाएंगे, जैसे कि सफाई अभियान, नारी निकेतन, वृद्धाश्रमों, महिला आश्रमों में फल वितरण आदि। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सेवा दिवस के माध्यम से शोक संतप्त परिवारों के प्रति सरकार की संवेदना और सहयोग व्यक्त किया जाएगा।
इस निर्णय में सरकार का उद्देश्य शोक के समय में सामाजिक कार्यों को बढ़ावा देना और जरूरतमंदों की मदद करना है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस दिन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सभी जिला प्रशासन और सामाजिक संगठनों को मिलकर काम करने की योजना बनाई जाए।
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मुख्यमंत्री ने दुर्घटना के कारणों की जांच के दौरान यह गंभीर सवाल उठाया कि पौड़ी-रामनगर मार्ग पर क्रैश बैरियर क्यों नहीं लगाए गए थे। लोक निर्माण विभाग को इस मार्ग पर क्रैश बैरियर लगाने के लिए पिछले दो वर्षों में ₹7.5 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई थी। इस मामले पर मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया और आदेश दिया कि इस पर जांच की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि धनराशि स्वीकृत होने के बावजूद क्रैश बैरियर नहीं लगाए गए, तो इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
त्योहारों के दौरान परिवहन व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ने रोडवेज अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे अगले दस दिनों के भीतर बसों की उपलब्धता का आकलन करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रमुख मार्गों पर रोडवेज बसों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, खासकर त्योहारों के समय में जब यात्रियों की संख्या अधिक होती है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि रोडवेज बसों की संख्या अपर्याप्त हो तो नई बसों की खरीदारी की व्यवस्था की जाए, ताकि जनता को आवागमन में कोई कठिनाई न हो। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, और विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन की सुविधा बेहतर हो।