अलकनंदा उफान पर: तेज बारिश से डूबे मंदिर और शिव प्रतिमा
Monsoon havoc continues in Uttarakhand
अलकनंदा उफान पर तेज बारिश से डूबे मंदिर और शिव प्रतिमा : उत्तराखंड में मानसून का कहर लगातार जारी है। सोमवार को भी प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में रुक-रुककर भारी बारिश का सिलसिला देखने को मिला। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी राज्य के सात जिलों—देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और बागेश्वर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं बाकी जिलों में येलो अलर्ट के साथ तेज बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
रुद्रप्रयाग में शिव प्रतिमा और मंदिर डूबे
रुद्रप्रयाग जिले में स्थित अलकनंदा नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है। नदी किनारे बने छोटे मंदिर और भगवान शिव की प्रतिमा पूरी तरह डूब चुकी हैं। श्रद्धालुओं के बीच भय और चिंता का माहौल बना हुआ है। लगातार बारिश से केदारनाथ यात्रा मार्ग भी अति संवेदनशील हो गया है। सोमवार को सुबह 8 बजे शासन ने खराब मौसम को देखते हुए चारधाम यात्रा को बंद करने का निर्णय लिया था, लेकिन कुछ ही घंटों बाद गढ़वाल कमिश्नर ने आदेश को निरस्त कर दिया और जिलाधिकारियों को स्थानीय मौसम के अनुसार यात्रा संचालन के निर्देश दिए।
खतरनाक हो रहा हाईवे फिर भी नहीं थमी श्रद्धा
इसके बाद सुबह 9 बजे से जिलाधिकारी प्रतीक जैन के निर्देश पर सोनप्रयाग से यात्रियों को केदारनाथ भेजा गया। अपराह्न 3 बजे तक कुल 7936 श्रद्धालु केदारनाथ के लिए रवाना हुए, जिनमें से अधिकांश ने देर शाम तक मंदिर पहुंचकर दर्शन कर लिए। वहीं, दर्शन कर 8400 श्रद्धालु सकुशल सोनप्रयाग लौटे। बारिश के चलते गौरीकुंड हाईवे पर कई जगहों पर भूस्खलन जोन सक्रिय हो गए हैं। पुलिस और सुरक्षाबलों की मौजूदगी में श्रद्धालुओं को सावधानीपूर्वक रास्ता पार कराया गया। चौकी प्रभारी निरीक्षक राकेंद्र सिंह कठैत के अनुसार, रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण हाईवे और पैदल मार्ग अति संवेदनशील हो गए हैं।
श्रद्धालु रहें सतर्क
मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 6 जुलाई तक राज्यभर में भारी बारिश की संभावना है। इस बीच चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।