ऑपरेशन सिंदूर के बाद दून में दहशत का माहौल, पुलिस की चारों ओर दबिश
These instructions have been given to hotel and lodge owners by the police

ऑपरेशन सिंदूर के बाद दून में दहशत का माहौल, पुलिस की चारों ओर दबिश : पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सेना ने 06/07 मई, 2025 की रात पाकिस्तान में घुसकर “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में सीमा पार छिपे आतंकियों को निशाना बनाया गया, जिससे देशभर में सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है। इसी क्रम में देहरादून जिले में एसएसपी द्वारा पूरे जनपद को हाई अलर्ट पर रखते हुए सभी थाना क्षेत्रों में वृहद स्तर पर जांच और सत्यापन अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
दून पुलिस ने अर्धसैनिक बलों के साथ मिलकर तड़के सुबह से ही नगर और देहात क्षेत्रों में संधिक्त व्यक्तियों की पहचान के लिए अभियान शुरू कर दिया है। इस दौरान पुलिस की अलग-अलग टीमें बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, होटल, धर्मशालाओं और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर रुकने वाले बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन कर रही हैं। खासतौर पर उन लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है जो हाल ही में देहरादून आए हैं या जिनकी पहचान संदेहास्पद है।
पुलिस द्वारा होटल और लॉज मालिकों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे किसी भी बाहरी व्यक्ति के रुकने की सूचना तत्काल स्थानीय थाने को दें और उनके पहचान पत्रों की जांच जरूर करें। इसके अलावा किराए पर रहने वालों का भी पुलिस सत्यापन अनिवार्य रूप से किया जा रहा है। कई स्थानों पर संदिग्ध व्यक्तियों को थानों में लाकर उनसे पूछताछ की जा रही है, ताकि किसी भी संभावित खतरे को पहले ही निष्फल किया जा सके।
एसएसपी देहरादून ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों द्वारा देश में किसी प्रकार की प्रतिक्रिया या साजिश रचने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इसलिए जनपद में चौकसी और सतर्कता सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी थाना प्रभारियों को आदेश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में निरंतर पेट्रोलिंग करें और हर संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करें।
इस विशेष चेकिंग अभियान के अंतर्गत पुलिस ने कई अस्थाई निवासियों और मजदूर वर्ग से जुड़े लोगों के दस्तावेजों की भी जांच की। देहरादून जैसे शांत पहाड़ी शहर में बाहरी व्यक्तियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों का यह प्रयास है कि हर व्यक्ति की पहचान सुनिश्चित की जाए और किसी भी प्रकार की असामाजिक या आतंकी गतिविधि को पहले ही रोका जा सके।
जनपद वासियों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। नागरिकों का सहयोग इस अभियान को सफल बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई किसी विशेष समुदाय या वर्ग को निशाना बनाकर नहीं की जा रही, बल्कि यह एक सतर्कता अभियान है, जिसका उद्देश्य जनपद में शांति और सुरक्षा बनाए रखना है।