Uttarakhand National Games में तैराकी के लिए 16 हॉट वाटर की व्यवस्था
Preparations for the 38th National Games to be held in Uttarakhand are in full swing.
Uttarakhand National Games: उत्तराखंड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी जोर-शोर से चल रही है, खासकर जल क्रीड़ा से जुड़े खेलों के लिए। इन खेलों में कायकिंग, कैनोइंग, रोइंग और राफ्टिंग जैसी चुनौतियों से भरी प्रतियोगिताएं शामिल होंगी, जो खिलाड़ियों के लिए न सिर्फ शारीरिक क्षमता, बल्कि ठंड में खेलने की मानसिक तैयारी की भी परीक्षा लेंगी। इन खेलों की प्रमुख प्रतियोगिताएं टिहरी झील में आयोजित की जाएंगी, जबकि राफ्टिंग का आयोजन टनकपुर और कैनोइंग का एक हिस्सा सलालम शिवपुरी में होगा।
इन खेलों के आयोजन के लिए विशेष तैयारी की जा रही है, ताकि खिलाड़ियों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। सबसे बड़ी चुनौती उत्तराखंड के ठंडे मौसम के बीच जल क्रीड़ा प्रतियोगिताएं आयोजित करने की है। टिहरी झील में अलग-अलग लेन बनाई जाएंगी, जिससे खिलाड़ियों को अपनी प्रतिस्पर्धा में कोई व्यवधान न हो। खेल निदेशालय ने हल्द्वानी के गौलापार स्टेडियम में स्विमिंग के लिए तीन हॉट वाटर पुलों का निर्माण किया है। इन पुलों का पानी गर्म रखने के लिए 16 हॉट वाटर पंप लगाए गए हैं, ताकि तैराकी की प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को ठंडे पानी से न जूझना पड़े।
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खेलों के आयोजन के समय टिहरी का तापमान लगभग 20 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। यह तापमान न केवल स्थानीय खिलाड़ियों, बल्कि बाहरी राज्यों से आने वाले खिलाड़ियों के लिए भी एक चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर सकता है। हालांकि, उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डीके सिंह ने इस बात को स्पष्ट किया कि इन खेलों के लिए यूरोप की ठंड को मानक के रूप में लिया गया है, जहां टिहरी से भी अधिक ठंड होती है। यूरोप में आयोजित होने वाली जल क्रीड़ा प्रतियोगिताओं में शामिल होने के लिए खिलाड़ी 10 से 15 दिन तक बर्फीली ठंड में अभ्यास करते हैं, इसलिए उन्हें इस वातावरण में प्रतिस्पर्धा करने की आदत होती है।