Dehradun Car Accident: सिद्धेश आंखों से दे रहा प्रतिक्रिया, वह काली रात का गवाह
Last week, a horrific road accident took place at ONGC Chowk in Dehradun.
Dehradun Car Accident: बीते सप्ताह देहरादून के ओएनजीसी चौक पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें छह युवकों की मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे में एक युवक सिद्धेश बच गया, हालांकि वह गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के कारण को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन इसकी असली कहानी केवल सिद्धेश ही बता सकता है। फिलहाल, घायल सिद्धेश का इलाज देहरादून के सिनर्जी अस्पताल में चल रहा है, और उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है।
हादसे के बाद से ही कई बातें सामने आ रही हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त कार में ब्रेक पैडल के नीचे एक पानी की बोतल फंसी हुई थी, जिससे कार की ब्रेकिंग में समस्या आई और यह हादसा हुआ। वहीं, कुछ अन्य लोगों का मानना है कि वाहन की रफ्तार अत्यधिक तेज थी और चालक को यह अंदाजा नहीं था कि वह कंटेनर से टकराएगा या नहीं। इस कारण कार कंटेनर के आधे हिस्से से टकराई, जिससे यह भयानक दुर्घटना घटी।
सिद्धेश के परिवार के अनुसार, वह जयपुर में शादी समारोह में शामिल होने के लिए गया था, जबकि उसके घर पर कोई नहीं था। इस दौरान उसने अपने दोस्तों को पार्टी के लिए बुलाया था। पार्टी के बाद सभी दोस्त कहीं बाहर जाने का इरादा कर रहे थे, लेकिन हादसे के समय उनकी दिशा और मंजिल का कोई स्पष्ट विवरण नहीं था। इस हादसे के बाद सिद्धेश का परिवार भी बेहद सदमे में था, क्योंकि हादसे की जानकारी उन्हें हाथरस पहुंचने पर मिली।
सिनर्जी अस्पताल के एमडी डॉ. कमल गर्ग ने बताया कि सिद्धेश की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। उसने डॉक्टरों के निर्देशों का पालन करते हुए सर्जरी भी करवा ली है, लेकिन अभी वह बोलने में असमर्थ है। हालांकि, वह अपनी आंखों से प्रतिक्रिया दे रहा है और बातों को समझ रहा है। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उसकी निगरानी कर रही है और उसकी स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
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इस दर्दनाक हादसे में एक और पक्ष उभरकर सामने आया है। जब सिद्धेश को गंभीर रूप से घायल देखे जाने के बाद कई लोग मदद के लिए आगे आए, तब दीपक पांडेय नामक एक युवक ने अपनी बहादुरी का परिचय दिया। दीपक देहरादून के टीएचडीसी कॉलोनी से एक अस्पताल की ओर जा रहे थे, जब उन्होंने सड़क पर पड़े सिद्धेश को देखा और पाया कि उसकी सांसें चल रही थीं। बिना किसी देरी के, दीपक ने पुलिस की मदद से सिद्धेश को सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
इस शानदार कार्य के लिए देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने दीपक पांडेय की बहादुरी को सराहा। उन्होंने दीपक से घटना के बारे में जानकारी ली और उसकी साहसिकता को मान्यता देते हुए उसे एक स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। दीपक की त्वरित प्रतिक्रिया और साहसिक कदम ने सिद्धेश की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस हादसे के बाद कई सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ये सभी युवक कहां और क्यों जा रहे थे? यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया कि हादसे के समय कुछ दोस्त रास्ते से जुड़ गए थे या पहले से साथ थे। हादसे के कारण और परिस्थितियों के बारे में अभी भी पूरी जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है, और जांच जारी है।