सुरेश भैयाजी की जाति आधारित भेदभाव खत्म करने की अपील
Bhaiyyaji has made an important appeal to end caste-based discrimination.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नेता सुरेश भैयाजी ने जाति आधारित भेदभाव को समाप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण अपील की है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से एकजुट होने और आपसी भेदभाव को समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका कहना है कि जाति एक सामाजिक बुराई है, जो जन्म के आधार पर तय होती है, और इसे खत्म करना आवश्यक है।
भैयाजी ने इस संबंध में कहा, “अगर कोई अनावश्यक अहंकार पैदा होता है, तो उसे खत्म करने की जरूरत है। तभी हम एक सशक्त और एकजुट समाज का निर्माण कर सकेंगे।” उन्होंने सवाल उठाया कि क्या हरिद्वार किसी जाति का है या क्या हमारे 12 ज्योतिर्लिंग किसी विशेष जाति से जुड़े हैं। उनका यह तर्क यह बताता है कि धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल सभी के लिए हैं और किसी भी जाति का स्वामित्व नहीं हो सकता। सुरेश भैयाजी ने कहा कि समाज के सभी अंग महत्वपूर्ण होते हैं और कोई भी व्यक्ति कमतर नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जहां कहीं भी भेदभाव होता है, वह समाज असामाजिक बन जाता है। एक सशक्त समाज के लिए सभी वर्गों को एकजुट होना होगा और एक-दूसरे के प्रति सम्मान और समानता का भाव रखना होगा।