Roorkee: पुलिस की कार्रवाई, शहर में खुलेआम नशा करने वालों पर शिकंजा
23 people were challaned and a young man was caught driving a car in a drunken state
Roorkee: शहर में नशा करने वालों की बढ़ती संख्या ने पुलिस को सक्रिय किया है। सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने हाल ही में एक अभियान चलाकर 23 लोगों का चालान कर दिया और एक युवक को नशे की हालत में कार चलाते हुए पकड़ा। इसके अलावा, दो नाबालिगों को भी बाइक चलाते हुए गिरफ्तार किया गया, हालांकि उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। शाम होते ही सोलानी पार्क, गंगनहर किनारे, नगर निगम पुल, बोट क्लब, रोडवेज बस स्टैंड, रुड़की टॉकीज और मलकपुर चुंगी जैसे स्थानों पर लोग सड़क किनारे खड़े होकर शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करने लगते हैं। इन नशेड़ियों की हरकतें अक्सर लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाती हैं, खासकर आने-जाने वाली महिलाओं और युवतियों के लिए। ऐसे समय में, ये लोग अभद्रता करने से भी नहीं चूकते, जिससे स्थानीय निवासियों ने पुलिस से शिकायत की थी।
पुलिस की इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य इन गतिविधियों पर लगाम लगाना है। शनिवार की शाम को पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान 23 लोगों को हिरासत में लिया गया और उनके खिलाफ चालान जारी किए गए। नशे की हालत में एक युवक को कार चलाते समय पकड़ा गया, जिसके बाद उसकी कार को सीज कर दिया गया। कोतवाली प्रभारी नरेंद्र बिष्ट ने बताया कि यह अभियान सिर्फ एक बार की कार्रवाई नहीं है। बल्कि, वे सार्वजनिक स्थानों पर नशा करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करेंगे। उनका लक्ष्य ऐसे लोगों को समझाना और उनकी गतिविधियों को नियंत्रित करना है, ताकि शहर की सुरक्षा और व्यवस्था को बनाए रखा जा सके।
हालांकि, पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं, खासकर उन होटल मालिकों के खिलाफ जो खुलेआम शराब परोसते हैं। शहर के कई खाने के होटल ऐसे हैं, जहां शराब पिलाने का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। इन होटल मालिकों पर पुलिस का कोई असर नहीं है, और वे अक्सर पुलिस के सामने रौब दिखाते हैं। ऐसे में पुलिस केवल शराब पीने वालों पर कार्रवाई करती है, लेकिन होटल मालिकों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता। यह स्थिति स्पष्ट करती है कि शहर में सार्वजनिक स्थानों पर नशा करने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। यह न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि सामाजिक नैतिकता के लिए भी खतरनाक है। पुलिस द्वारा उठाए गए कदम आवश्यक हैं, लेकिन इनसे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि होटल मालिकों और नशे की बिक्री करने वाले स्थानों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए। शहर में बढ़ते नशे के मामले और पुलिस की कार्रवाई दर्शाते हैं कि हमें एक मजबूत और सुरक्षित समाज के निर्माण के लिए एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है। केवल पुलिस की कार्रवाई ही पर्याप्त नहीं है; समाज के हर सदस्य को इस दिशा में अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। अगर हम सभी मिलकर इस समस्या के खिलाफ खड़े नहीं हुए, तो यह केवल बढ़ती जाएगी। पुलिस का यह अभियान एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इसे निरंतरता और सख्ती के साथ आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।